इसकी जगह इलेक्ट्रिक या गैस से चलने वाली गाडिय़ों का विकल्प रखा गया है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की वेबसाइट पर यह रिपोर्ट पोस्ट की गई है। मंत्रालय द्वारा गठित पैनल ने सरकार को सुझाव दिया है कि दस लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में डीजल की जगह इलेक्ट्रिक और गैस से चलने वाली गाडिय़ों को दौड़ाना चाहिए। इससे एक तो पर्यावरण को सहेजा जा सकेगा। साथ ही डीजल पर भी निर्भरता कम हो जाएगी।